"जिन्दगी समय का एक छोटा सा तोहफा है, इसे जितना सम्भव हो enjoy करो" - Bronnie Ware
कौन सा ऐसा इन्सान होगा जो अपनी जिन्दगी को ख़ुशी से नहीं जीना चाहेगा, लेकिन कितने लोग हैं जो वास्तव में अपने जीवन को मजे से और ख़ुशी से जी रहे हैं? शायद बहुत कम!
आजकल की भागदौड़ भरी जिन्दगी में हर कोई तनाव, चिंता, बेचैनी से घिरा हुआ है, जो कई बिमारियों और दुखों की वजह बन रहा है,
हम एक relax और peaceful जीवन जीना चाहते हैं, एक ऐसा जीवन जिसमे आंतरिक तौर पर हम शांत हों, कोई बेचैनी न हो, कोई घबराहट, डर न हो, अंदर से रिलैक्स हों, सुकून हो, खुश हों और कोई तनाव या चिंता हमें परेशान न कर सके,
आखिर ऐसा जीवन हम कैसे पा सकते हैं?
4 आसान step से आप ऐसा जीवन जी सकते हैं-
1. अपने विचारों पर ध्यान दें -
व्यक्ति हर पल कुछ न कुछ सोचता रहता है, उसके दिमाग में हर समय विचार चलते रहते हैं, किसी समय वह चेतन अवस्था में अपने विचारों को समझ रहा होता है लेकिन अधिकतम समय अवचेतन अवस्था में विचार उसके दिमाग में चलते रहते हैं,
जो भी विचार किसी के दिमाग में चलते हैं उनमे से अधिकतम नकारात्मक होते हैं जो व्यक्ति की प्रोग्रामिंग नकारात्मक तरीके से करते हैं और व्यक्ति को निराशावादी बना देते हैं,
अत: जितना हो सके खुद को वर्तमान में रखने की कोशिस करें, जब भी याद आये अपने विचारों पर ध्यान दें, उन्हें देखने की कोशिस करें, इससे कुछ समय के लिए आपके दिमाग में विचार आने बंद हो जायेंगे साथ ही आपको यह भी पता चल जायेगा की अभी कुछ समय पहले आप क्या सोच रहे थे, शायद वह कुछ नकारात्मक हो या कोई फालतू बात जो आपके लिए फायदेमंद नहीं है, तो ऐसी बातो को सोचना तुरंत बन कर दें,
2. सकारात्मक बातें सोचने लगें -
जैसे ही आप अपने विचारों पर ध्यान देते हैं और फालतू बाते सोचना बंद करते हैं आपको तुरंत ही सकारात्मक बातें सोचना सुरु कर देना चाहिए, जैसे अपने सपनों के बारे में सोचें, अपने काम को आप कैसे बेहतर बना सकते हैं, अपने आप को बेहतर बनाने के बारे में, और कोई भी अच्छी बात जो आपके लिए फायदेमंद हों,
आप खुद के लिए कोई पॉजिटिव affirmation दिन के लिए चुनकर उसे दोहरा सकते हैं जैसे -आज मैं बहुत खुश हूँ या बहुत active हूँ.
इस तरह की बाते आपके अंदर सकारात्मकता भर देंगी, साथ ही आप अंदर से ख़ुशी महसूस करने लगेंगे और आप अपने लक्ष्यों की तरफ बढने लग जायेंगे.
3. लोगों और परिस्थतियों को स्वीकार करें -
हमारे तनाव का एक मुख्य कारण है की हम सोचते हैं की जो मैं चाहता हूँ वही हो और जैसा मैं चाहू दूसरा वैसा ही व्यवहार करे, लेकिन जब ऐसा नहीं होता तो हम दुखी हो जाते हैं, परिस्थितियों को दोष देने लगते हैं लोगों को बुरा समझने लगते हैं,
याद रखें सब कुछ वैसा नहीं होगा जैसा आप चाहते हैं, जो आप सोचेंगे कभी-कभी परिस्थितिया उसके विपरीत होंगी, जिन परिस्थितियों को आप बदल नहीं सकते तो आपको उन्हें वैसे ही स्वीकार करना होगा, तभी आप एक खुश और संतुष्ठ जीवन जी पाएंगे.
दूसरों को बदलने के बारे में मत सोचें आप खुद को बदल सकते हैं किसी और को नहीं, अत: कोशिस करके खुद को तकलीफ न दें,
मत सोचिये की कहीं कुछ बुरा न हो जाय, जो होता है अच्छे के लिए होता अत: accept it and enjoy it.
बेशक आप दूसरों को नहीं बदल सकते लेकिन एक अच्छी बात है की आप खुद को बदल सकते हैं, अपनी आदतों को बदल सकते हैं, और खुशियाँ चुन सकते हैं,
4. हर परिस्थिति को enjoy करें -
किसी स्थिति की नकरात्मक साइड देखने के बजाय उसे देखने का खुद का नजरिया बदल दें, परिस्थिति से परेशान होने के बजाय उस परिस्थिति की अच्छी बातो को एन्जॉय करें,
"जब चीजें हो रही होती हैं, मैं जिन्दगी को enjoy करता हूँ, मैं परवाह नहीं करता की ये चीजे अच्छी हैं या बुरी, इसका मतलब है आप जीवित हैं" - Joan Rivers
I enjoy life when things are happening. I don't care if it's good things or bad things. That means you're alive.
- Joan Rivers
हर परिस्थिति में कुछ न कुछ अच्छा जरूर होता है और जो भी होता है वह अच्छे के लिए होता है अत: परेशान होने के बजाय कुछ न कुछ फन ढून्ढ ले.
याद रखें मस्ती या तनाव चुनना आपका विकल्प है आप जिसे चाहे उसे चुन सकते हैं.
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कौन सा ऐसा इन्सान होगा जो अपनी जिन्दगी को ख़ुशी से नहीं जीना चाहेगा, लेकिन कितने लोग हैं जो वास्तव में अपने जीवन को मजे से और ख़ुशी से जी रहे हैं? शायद बहुत कम!
आजकल की भागदौड़ भरी जिन्दगी में हर कोई तनाव, चिंता, बेचैनी से घिरा हुआ है, जो कई बिमारियों और दुखों की वजह बन रहा है,
हम एक relax और peaceful जीवन जीना चाहते हैं, एक ऐसा जीवन जिसमे आंतरिक तौर पर हम शांत हों, कोई बेचैनी न हो, कोई घबराहट, डर न हो, अंदर से रिलैक्स हों, सुकून हो, खुश हों और कोई तनाव या चिंता हमें परेशान न कर सके,
आखिर ऐसा जीवन हम कैसे पा सकते हैं?
4 आसान step से आप ऐसा जीवन जी सकते हैं-
1. अपने विचारों पर ध्यान दें -
व्यक्ति हर पल कुछ न कुछ सोचता रहता है, उसके दिमाग में हर समय विचार चलते रहते हैं, किसी समय वह चेतन अवस्था में अपने विचारों को समझ रहा होता है लेकिन अधिकतम समय अवचेतन अवस्था में विचार उसके दिमाग में चलते रहते हैं,
जो भी विचार किसी के दिमाग में चलते हैं उनमे से अधिकतम नकारात्मक होते हैं जो व्यक्ति की प्रोग्रामिंग नकारात्मक तरीके से करते हैं और व्यक्ति को निराशावादी बना देते हैं,
अत: जितना हो सके खुद को वर्तमान में रखने की कोशिस करें, जब भी याद आये अपने विचारों पर ध्यान दें, उन्हें देखने की कोशिस करें, इससे कुछ समय के लिए आपके दिमाग में विचार आने बंद हो जायेंगे साथ ही आपको यह भी पता चल जायेगा की अभी कुछ समय पहले आप क्या सोच रहे थे, शायद वह कुछ नकारात्मक हो या कोई फालतू बात जो आपके लिए फायदेमंद नहीं है, तो ऐसी बातो को सोचना तुरंत बन कर दें,
2. सकारात्मक बातें सोचने लगें -
जैसे ही आप अपने विचारों पर ध्यान देते हैं और फालतू बाते सोचना बंद करते हैं आपको तुरंत ही सकारात्मक बातें सोचना सुरु कर देना चाहिए, जैसे अपने सपनों के बारे में सोचें, अपने काम को आप कैसे बेहतर बना सकते हैं, अपने आप को बेहतर बनाने के बारे में, और कोई भी अच्छी बात जो आपके लिए फायदेमंद हों,
आप खुद के लिए कोई पॉजिटिव affirmation दिन के लिए चुनकर उसे दोहरा सकते हैं जैसे -आज मैं बहुत खुश हूँ या बहुत active हूँ.
how I use Affirmation for positive mindset in hindi/Affirmation in hindi
इस तरह की बाते आपके अंदर सकारात्मकता भर देंगी, साथ ही आप अंदर से ख़ुशी महसूस करने लगेंगे और आप अपने लक्ष्यों की तरफ बढने लग जायेंगे.
3. लोगों और परिस्थतियों को स्वीकार करें -
हमारे तनाव का एक मुख्य कारण है की हम सोचते हैं की जो मैं चाहता हूँ वही हो और जैसा मैं चाहू दूसरा वैसा ही व्यवहार करे, लेकिन जब ऐसा नहीं होता तो हम दुखी हो जाते हैं, परिस्थितियों को दोष देने लगते हैं लोगों को बुरा समझने लगते हैं,
याद रखें सब कुछ वैसा नहीं होगा जैसा आप चाहते हैं, जो आप सोचेंगे कभी-कभी परिस्थितिया उसके विपरीत होंगी, जिन परिस्थितियों को आप बदल नहीं सकते तो आपको उन्हें वैसे ही स्वीकार करना होगा, तभी आप एक खुश और संतुष्ठ जीवन जी पाएंगे.
दूसरों को बदलने के बारे में मत सोचें आप खुद को बदल सकते हैं किसी और को नहीं, अत: कोशिस करके खुद को तकलीफ न दें,
मत सोचिये की कहीं कुछ बुरा न हो जाय, जो होता है अच्छे के लिए होता अत: accept it and enjoy it.
बेशक आप दूसरों को नहीं बदल सकते लेकिन एक अच्छी बात है की आप खुद को बदल सकते हैं, अपनी आदतों को बदल सकते हैं, और खुशियाँ चुन सकते हैं,
4. हर परिस्थिति को enjoy करें -
किसी स्थिति की नकरात्मक साइड देखने के बजाय उसे देखने का खुद का नजरिया बदल दें, परिस्थिति से परेशान होने के बजाय उस परिस्थिति की अच्छी बातो को एन्जॉय करें,
"जब चीजें हो रही होती हैं, मैं जिन्दगी को enjoy करता हूँ, मैं परवाह नहीं करता की ये चीजे अच्छी हैं या बुरी, इसका मतलब है आप जीवित हैं" - Joan Rivers
I enjoy life when things are happening. I don't care if it's good things or bad things. That means you're alive.
- Joan Rivers
हर परिस्थिति में कुछ न कुछ अच्छा जरूर होता है और जो भी होता है वह अच्छे के लिए होता है अत: परेशान होने के बजाय कुछ न कुछ फन ढून्ढ ले.
याद रखें मस्ती या तनाव चुनना आपका विकल्प है आप जिसे चाहे उसे चुन सकते हैं.
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