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Sunday, November 26, 2017

happiness - Inspirational story in hindi/ जो कुछ आपके पास है उसमे खुश रहें.



"सबसे महत्वपूर्ण है, अपनी जिन्दगी को enjoy कीजिये, हमेशा खुश रहिये,

यही सब महत्व रखता है!"
                                                             - Audrey Hepburn
                                                                                                                       


                              
दोस्तों जिंदगी बेहद खूबसूरत चीज का नाम है, लेकिन शिकायते करने के लिए यह बहुत छोटी पड़ जाती है,



अक्सर हमारे पास बहुत सारी चीजे होती हैं जो हमारी जरूरत के हिसाब से काफी हैं,जैसे परिवार, दोस्त, पैसा, घर, खुद की योग्यता, health आदि ..



और हम उन चीजों में ही खुश रहकर जिन्दगी को बेहतर बना सकते हैं, 

लेकिन अधिकतर लोगों का ध्यान अपने पास मौजूद चीजों पर न होकर उन चीजों पर होता है जो उनके पास नहीं होती, जैसे बड़ी गाड़ी, बड़ा घर, दूसरों की तरह ढेर सारे पैसे, और अच्छी जॉब आदि... 



और उन्हीं चीजों पर फोकस करके वे लोग हर समय परेशान रहते हैं और शिकायते करते रहते हैं, खुद की तुलना दूसरों से करते हैं और रोते रहते हैं,


वे उन खुशियों व सम्मान को भी नजरंदाज़ कर देते हैं जो उनके पास है, और फिर कई बार उनसे वे चीजे भी छिन जाती हैं जो उनके पास पहले से मौजूद थीं, निम्न कहानी में हम देखेंगे की कैसे एक सेनापति के अहंकार की वजह से उसका मान सम्मान सब कुछ छिन गया, आएये ये रोचक कहानी पढ़ते हैं-




सेनापति की मुर्खता 

एक राज्य का सेनापति बहुत ही सम्मानित व्यक्ति था. उसके कामों से राजा तथा राज्य की जनता सभी बड़े प्रभावित और खुश थे और उसका बड़ा सम्मान करते थे. 


वह बहुत ही खुस व्यक्ति था. जहाँ भी वह जाता, लोग उसके सम्मान में अपना सर झुकाते थे.



एक दिन वह नगर से होकर गुजर रहा था, सभी लोगों ने उसके अभिवादन  में अपना सर झुकाया, 


किन्तु एक व्यक्ति ने ऐसा नही किया. जब सेनापति को यह बात पता चली तो वह बहुत क्रोधित हुआ, वह चाहता था की हर कोई उसके सम्मान में झुके किन्तु जब एक व्यक्ति ने एसा नही किया तो उसे यह बात पसंद नहीं आई,  



सेनापति दिन रात उसी के बारे में सोचने लगा, वह उस व्यक्ति को सबक सिखाना चाहता था, उसे यह बात सहन नही हो रही थी कि कोई व्यक्ति उसके सामने क्यों नहीं झुका. 



पूरे राज्य में हजारों लाखों लोग थे जो उसके सम्मान में सर झुकाते थे लेकिन उन सब को भूलकर उसका ध्यान सिर्फ उस व्यक्ति पर  केन्द्रित हो गया जो उसके सामने नहीं झुका.




धीरे-धीरे वह नफरत और बदले की भावना से भर गया और उस व्यक्ति को सबक सिखाने के बारे में सोचने लग गया. 


इससे उसके अन्य कामों पर भी बुरा प्रभाव पड़ने लगा और वह अनेक गलतियाँ करने लग गया, जिस कारण राज्य को नुकसान होने लगे, इससे राजा और प्रजा दोनों के बीच उसका सम्मान कम होने लग गया, और अंत में राजा ने उसे सेनापति के पद से हटा दिया.
इस बात से उसको बड़ा आघात पहुंचा, वह अंदर ही अंदर से टूटने लगा, अब कोई भी व्यक्ति उसका सम्मान नही करता था, 


वह कई सालों तक एक असंतुष्ट जीवन जीता हुआ भटकता रहा और अंत में मानसिक बीमारी के कारण उसकी मृत्यु हो गई.




निष्कर्ष 



दोस्तों जो लोग अपने पास मौजूद चीजों, पदों और लोगों की कीमत नहीं समझते और जो उनके पास नही है उसके पीछे भागते रहते हैं उनका यही हश्र होता है. 



अक्सर हमारे पास एक खुश जीवन जीने के लिए सब कुछ होता है लेकिन हम और ज्यादा के लालच में उन चीजो का मजा भी नही ले पाते हैं जो हमारे पास हैं. 




"यदि मैं  मेरी विकलांगता के लिए गुस्सा करूं तो ये मेरे लिए समय व्यर्थ गवाने जैसे होगा! यदि आप हमेशा शिकायते करते रहोगे और क्रोधित रहोगे तो लोगों के पास आपके लिए समय नहीं होगा!" 

                                                                                                              -स्टीफन हॉकिंग 


अपने जीवन को और बेहतर बनाने की कोशिस करना बहुत अच्छी बात है लेकिन जब हम वर्तमान में जो भी हमारे पास है उसमे खुश नही हैं तो भविष्य में खुश रहेंगे इसकी क्या गारंटी है. 



यकीनन आपके पास वह सब नही होगा जो आप चाहते होंगे लेकिन वह सब होगा जो आपके जीवन जीने के लिए आवश्यक है. 

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