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Tuesday, October 10, 2017

always happy / हमेशा खुस कैसे रहें in hindi


                      
 part 2 हमेशा खुस कैसे रहें



     सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है की ख़ुशी क्या है! अक्सर लोग ख़ुशी और मजा दोनों में फर्क नही कर पाते और दोनों को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन दोनों में अंतर है, जब आप मजे में हैं तो जरूरी नही आप खुस भी हैं लेकिन जब आप खुश हैं तो यकीनन मजे में भी हैं. आइसक्रीम खाने से हमें मजा आता है लेकिन ये ख़ुशी नहीं है, दरअसल मजा बाहरी दुनिया से मिलता जबकि ख़ुशी अंदर से आती है, मजा स्थिर नही होता कभी है तो कभी नहीं जबकि सच्ची  ख़ुशी स्थिर होती है.





      हर काम जो हमे बाहरी आनन्द देता है जैसे कोई पिक्चर देखना, पैसे कमाना, कोई स्वादिष्ट चीज खाना, अपना मनपसन्द खेल खेलना आदि इन सब में मजा हैं जो जब हैं तो हम खुद को खुश समझने लगते हैं जब नहीं हैं तो खुद को दुखी समझने लगते हैं, जबकि ख़ुशी का इनसे दूर-दूर तक कोई सम्बन्ध नही है, ख़ुशी वह है जो हमारे अंदर से निकले जिसे कोई समस्या कम न कर सके जब हम हर पल में अंदर से खिलखिला रहे हों चाहे बाहर से न भी हंसे. जब किसी की तारीफ या बुराई का हम पर कोई असर न हो, जब हम अकेले हों या किसी के साथ, दोनों ही स्थितियों में खुश हों, 





    जब हम कोई काम ख़ुशी के लिए नहीं कर रहे बल्कि ख़ुशी से कोई काम कर रहे हों तो हम सही मायने में खुश हैं, जब हमारे अंदर किसी चीज का लालच न हो न ही किसी चीज का घमंड, न किसी से इर्ष्या, न किसी को खुद से कम समझे ने खुद को किसी से कम, जब लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं हमे इसकी भी कोई परवाह न हो, ना ही हमारे अंदर नाम, पैसे का लालच हो और न ही दिखावा हो, हम हर परिस्तिथि में एक समान हों तो दुनिया की कोई भी ताकत हमें दुखी नही कर सकती और हम हमेशा खुश रहते है. ये सब काल्पनिक बाते नही हैं बल्कि ये सब सम्भव है जरूरत है तो खुद को समझने की, खुद के अस्तित्व को जानने की और ये समझने की कि इस दुनिया में आने का हमारा मकसद क्या है, खुद से एक सवाल पूछें की मै कौन हूँ और मेरी जिंदगी का क्या मकसद है?



  'बिना किसी वजह के खुश होना ही असली ख़ुशी है'


    अब देखते हैं कि सच्ची ख़ुशी के स्तर तक कैसे पहुंचा जा सकता है—


मन की शांति / Peaceful mind   

    जब तक मन शांत है आप हर पल का आनन्द उठा सकते हैं, शांत मन ख़ुश रहने का एक बहुत बड़ा जरिया है. आजकल के अफता-तफरी के जीवन में लोग हर समय बेचैन रहते हैं, हर समय competition की तैयारी, आगे बढ़ने की हडबडाहट, पीछे रह जाने का डर, भविष्य की चिंता लोगों को बेचैन किये हुए है, 


'कोई इंसान केवल उतना खुश रह सकता है जितना वो अपने दिमाग को खुश रखता है'


   इस बेचैनी के दर्द से बचने के लिए लोग T.V., Social Networking sites, video games, comedy shows आदि का सहारा लेते हैं, और अपना समय बर्बाद करते हैं, और हर दिन वे ये सोचकर इन चीजो में डूब जाते हैं की सिर्फ 10 मिनट देखता हूँ, लेकिन 2-4 घंटे कब निकल जाते हैं पता भी नहीं चलता और फिर यही लोग टाइम कम होने की सिकायत करते हैं, इन सब के बीच उनके पास समय नही बचता की वे अपना थोडा सा समय खुद को और अपने परिवार को दे सकें, जिससे कहीं न कहीं लोग खुद को अकेला महसूस करने लगते हैं.




     दोस्तों इन सब चीजों से अपने ध्यान को हटाने के लिए आपको सबसे पहले कुछ समय निकालकर खुद के बारे में सोचना होगा, अपने आप पर ध्यान देना होगा, खुद से कुछ सवाल करने होंगे जैसे—

1.मेरी जिंदगी का मकसद क्या है?

2. success क्या है?, क्या सफलता केवल पैसा कमाना है? और अगर हाँ तो मै पैसे क्यों कमाना चाहता हूँ? (क्योंकि इससे मैं गाड़ी, बंगला खरीद सकता हूँ और हाई फाई life जी सकता हूँ, मतलब एक दिखावटी जीवन जी सकता हूँ तो इस तरह की सोच आपको कभी खुस नही रहने देगी चाहे आप इतना पैसा कमा भी लो या नही),

3. क्या जिस पल में मैं हूँ उसी पल में जी रहा हूँ? (या फिर past में खोया हूँ या फिर भविष्य की कल्पनाओं में डूबा हूँ, अगर हाँ तो जल्दी अपने वर्तमान में आ जाइए),

4. क्या मैं इस तरह की जिंदगी जी सकता हूँ जिससे मैं हर समय खुश रह सकूं?,

5. क्या मैं अभी खुश हूँ?, क्या मैं बिना किसी वजह के खुश रह सकता हूँ?

    इस तरह के सवालों के जवाब आपको आपकी जिंदगी का असली मकसद बतायेंगे, और आप वास्तव में सच्ची ख़ुशी को पा सकेंगे---




पहला सवाल है कि  हमारी जिन्दगी का मकसद क्या है --- हमारी जिंदगी का सबसे बड़ा मकसद है खुद को जानना, अपने अंदर देखिये अपनी शक्तियों पर ध्यान दीजिये, आपमे ब्रह्मांड की सारी शक्तियाँ समाई हुई हैं, आपकी शक्तियों के सामने कोई भी समस्या बहुत छोटी है. अपनी योग्यताओ को पहचानिए, अपनी क्षमताओं पर गौर कीजिये, आपमें एसी छुपी हुई क्षमताये मौजूद हैं जिसका आपको भी ज्ञान नही है, वो क्षमताये जो न केवल खुद आपकी जिंदगी बदल सकते हैं बल्कि दुनिया को बदलने की ताकत भी रखते हैं, आपके अंदर एसी एसी शक्तियां हैं जो खुद आपको भी चौंका देंगी वो अब तक दिखी नही क्योंकि किसी ने उन्हें देखने का प्रयास ही नही किया, आपने भी नहीं.

''जिंदगी का असली मकसद है खुद को पहचानना'

 दोस्तों खुद को जानने, समझने और खुद को पहचानने के लिए खुद पर ध्यान देना जरूरी है, खुद पर ध्यान देने से आपके अंदर की बेचैनी खत्म होगी और आप का मन शांत होगा. Meditation एक एसा तरीका है जिससे आप अपने आप को और बेहतर जान सकते हैं,  इसके लिए आप youtube पर spiritual reality power of meditation नाम से एक video को भी देख सकते हैं. इस प्रकार आप अपने मन को शांति अवस्था में ले जायेंगे और आप सच्ची ख़ुशी पा सकेंगे. फिर आप जो भी काम करेंगे पूरे दिल से करेंगे कोई बेचैनी नही, कोई घबराहट नहीं, सिर्फ शांति, सुकून और ख़ुशी.

   धीरे- धीरे आपके लिए सफलता-असफलता, ख़ुशी, प्रेम, जीवन सभी की परिभाषा बदल जाएगी और आपके दिल में लालच, इर्ष्या, क्रोध, नफरत के लिए कोई जगह नही रह जाएगी, आपका दिल प्रेम, दया, ख़ुशी, क्षमा, से भर जायेगा और अब आप वास्तव में आँखे खोलकर इस दुनिया को देख पायेंगे.



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Sunday, October 8, 2017

how to be happy always in hindi

How to be happy always/ हमेशा खुश कैसे रहें part 1


Happiness is not something you postpone for the future; 
it is something you design for the present.  
                                                                         -
"ख़ुशी कोई ऐसी चीज नहीं हैं जिसे आप भविष्य के लिए टालें,
 यह एक एसी चीज है जिसे आप आज के लिए डिजाइन करें."
                                                              - Jim Rohn 



                                          

    आंतरिक तौर पर आनंद महसूस करना ही ख़ुशी है, जब आपका दिल खुसी से झूम रहा हो, चेहरे से ज्यादा दिल मुस्करा रहा हो, कोई भी परेशानी आपकी ख़ुशी को कम न कर सके और आप हर पल का आनंद महसूस कर रहे हो तो समझो आप खुश हैं. अक्सर अच्छे समय में तो हर कोई खुश रह सकता है लेकिन हर समय चाहे अच्छा समय हो या बुरा, कैसे खुश रहा जाये, यह जानना बहुत जरूरी है. 




    जिंदगी में खुशियाँ कौन नही चाहता, जिंदगी में खुशिया आती जाती रहती हैं, लेकिन इन्सान जब खुशियां होती हैं तो बहुत खुस हो जाता है और जब कोई समस्या आती है तो दुखी हो जाता है. लेकिन हमेशा खुस रहना इन्सान का हक है और उसे हमेशा खुस रहना चाहिय,  क्योंकि यह जिन्दगी दुखों के लिए बहुत छोटी है, कई बार हम उन चीजो के लिए भी दुखी हो जाते हैं जिनके कोई मायिने नही होते, जैसे हमारी 2% marks कम आ गये, उसने मुझसे गस्से में क्यों बोला, मेरे 100 रूपये खो गये etc.. इस तरह की छोटी-छोटी बातो के लिए हम अपनी खुशियों को खो देते हैं, जरा सोचिये 10 साल बाद इन सब चीजो के क्या मायिने हैं, इन चीजो के 10 दिन बाद भी कोई खास मायिने नही होंगे फिर भी इस तरह की छोटी छोटी बातो से कुछ लोग तो हमेशा ही दुखी और तनाव में रहते हैं और तनाव में रहना उनकी आदत ही बन गयी होती है. दोस्तों इस तरह की छोटी-छोटी चीजों की परवाह करना बंद करें क्योंकि ये छोटी छोटी बाते ही आपको हमेशा दुखी रखती हैं, इनमें खुशियाँ ढूंढे, दुःख नहीं, क्योंकि जो होता हैं अच्छे के लिए ही होता है. 



आइये जानते हैं कैसे आप हमेशा खुस रह सकते हैं--



खुद  से प्यार करें—


खुस रहने के लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने आप से प्यार करें, अपनी पर्सनालिटी से, अपने शरीर से, अपने चेहरे से, अपनी  मुस्कराहट से, अपनी योग्यता से, हर वो चीज जो आपमें है उससे प्यार करें, खुद का सम्मान करें, खुद को स्वीकार करें, खुद में आत्मविश्वासी हों, खुद से पूछे कि मै कौन हूँ? फिर आपको जवाब मिलेगा आप एक बहुत शक्तिशाली व्यक्ति हैं, क्या आप जानते हैं एक रिसर्च में सामान्य मनुष्य की कीमत लगाई गई जो की 7 अरब डालर थी, इसमे आपके बॉडी पार्ट, दिमाग, talent  आदि की कीमत सामिल है, तो सोचिये दोस्तों आप पर प्रकृति ने 7 अरब डालर का निवेश किया है, तो आप खुद को कमतर कैसे समझ सकते हैं.



    Brain Tracy की बुक के अनुसार हमारे दिमाग में 100 बिलियन ब्रेन सेल्स होते हैं यदि कोई व्यक्ति हर सेल्स प्रयोग कर सके तो वह, ब्रह्मांड में जितने भी अणु हैं उससे ज्यादा Idea generate कर सकता है. इसका मतलब आपमें योग्यता की कोई कमी नही है, कमी है तो उस योग्यता को पहचानने की.



    अपने विचारों को स्वतंत्र रखें, छोटी छोटी बातों से उन्हें बांधकर न रखें. खुद से कहें ‘I am the best’, यह अपने अंदर से महसूस करके बार-बार बोलें, अपने अस्तित्व के लिए खुस हों, हमेशा सोचे कि मैं कुछ बड़ा करने के लिए ही इस दुनिया में आया हूँ. याद रखें आपके अंदर महानता के बीज हैं जो आपको इस दुनिया पर छाप छोड़ने के लिए छटपटा रहें हैं आपको इन बीजो यानि योग्यताओं को पहचानना होगा  और कुछ महान करने के लिए इनका इस्तेमाल करना होगा. 



    दोस्तों कभी भी दूसरों से अपनी तुलना ना करें, ना ही दुसरो जैसा बनने की कोशिस करें, यह दुःखों का सबसे बड़ा कारण है, हर व्यक्ति अपने आप में unique होता है, आपके जैसा दुनिया में कोई दूसरा नही है, जो योग्यताये आपमें हैं शायद वो दूसरों में न हों, अत: आप जैसे हैं perfect हैं, आपके पास unique personality है, unique face, unique smile है और भी बहुत कुछ, अत: दुसरो से आप कई चीजों में बेहतर हैं, अत: खुद जैसा बने दुसरो जैसा नहीं क्योंकि उनके जैसा बनने के चक्कर में आप उनके जैसा तो नही बन पायेंगे लेकिन खुद तो जरूर खो देंगे.


 एक कहानी के द्वारा इसे समझते हैं-




story- एक बाघ का बच्चा था, वह अपनी माँ के साथ बहुत खुस था और उससे जिंदगी जीने के नये नये गुर सीखता, एक दिन उसने एक हाथी को देखा, उसने देखा की हाथी कितना ताकतवर होता है वो किस प्रकार बड़े-बड़े पेड़ तोड़ देता है, उसने सोचा अगर मैं भी हाथी जैसा बन जाऊ तो मैं भी ताकतवर हो जाऊँगा, उसने अपनी माँ से छुपकर हाथी का पीछा करना सुरू किया उसने देखा हाथी किस प्रकार पेड़ो के तने, पत्तियां, टहनियां खा रहा है, तो उसने भी यही खाना सुरू कर दिया और मांस खाना छोड़ दिया, वह हर प्रकार से हाथी जैसा बनने की कोशिस करने लग गया, उसने हाथी जैसा बनने की बहुत कोशिस की लेकिन उसके लिए यह सब मुमकिन नही था, वह गलत खाने के कारण बीमार हो गया उसकी माँ भी उसके साथ नही थी और वह शिकार करना भी नही सीख पाया था, जिससे बीमारी, भूख और थकान के कारण उसकी मृत्यु हो गयी.




   दोस्तों इसी प्रकार जो लोग दुसरों जैसा बनने की कोसिस करते हैं उनका हाल भी यही होता है, हर किसी में अलग योग्यताएं होती हैं, अत: अपनी योग्यताओ को पहचाने, और उन योग्यताओ और आंतरिक ख़ुशी के अनुसार अपना काम चुने, इसी में आप खुश रह पायेंगे, हर कोई जानता है हाथी का अपना वजूद है और बाघ का अपना. हर क्षेत्र में अनेक अवसर हैं आप अपनी योग्यताओ और ख़ुशी ध्यान में रखकर कोई भी करियर चुन सकते हैं कोई भी क्षेत्र एसा नही जिसमे किसी ने उच्च स्तर हासिल नही किया हो, अत: दुसरो जैसा बनने के चक्कर में खुद को प्रताड़ित न करें. जब आप खुद से प्यार करेंगे तो आप अपने आप खुश रहने लगेंगे.